
फिरोजाबाद: सपा महासचिव और राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन का बयान — इटावा घटना पर जोरदार प्रतिक्रिया
फिरोजाबाद। समाजवादी पार्टी के महासचिव एवं राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने इटावा में हुई घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह कोई समाज या जाति का टकराव नहीं है, बल्कि दो अलग-अलग विचारधाराओं का संघर्ष है। उन्होंने कहा कि वेद और शास्त्रों की जानकारी रखने वाला ही पंडित होता है, जो दलित हो सकता है और जो भी हो, कथा पढ़ने का अधिकार सभी को समान रूप से है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पंडित का काम किसी की अपमान करना नहीं होता और इस बात को लेकर फैलाए गए तनाव और गलतफहमियों को न्याय संगत नहीं माना जा सकता।
रामजीलाल सुमन ने कहा कि समाजवादी पार्टी अपने उसूलों और सिद्धांतों की राजनीति करती है और किसी भी प्रकार की जातिगत राजनीति में विश्वास नहीं रखती। उन्होंने कथावाचकों के सम्मान पर जोर देते हुए कहा कि दलित और पिछड़ों का सम्मान किया जाएगा और जो इसका विरोध करते हैं, उनकी मुखालफत की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि दलितों, पीड़ितों और शोषितों के खिलाफ अत्याचार और जातिगत गुंडागर्दी को समाजवादी पार्टी पूरी ताकत से विरोध करती है।
जहां तक बिहार में चुनाव लड़ने का सवाल है, रामजीलाल सुमन ने कहा कि यह फैसला संसदीय बोर्ड करेगा, लेकिन भाजपा को देश से खत्म करने की रणनीति समाजवादी पार्टी लगातार तैयार कर रही है।
आजम खान की पत्नी के बयान और उनके बेटे के समर्थन में रामजीलाल सुमन ने कहा कि आजम खान के बेटे ने यह स्वीकार किया है कि समाजवादी पार्टी ने उनकी जितनी मदद की है, उतनी किसी और ने नहीं की।
उन्होंने सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि यह सरकार प्रदेश को बर्बाद कर रही है और सुप्रीम कोर्ट की कार्रवाइयों को ध्यान में रखना चाहिए।
प्रयागराज में नगीना के सांसद चंद्रशेखर रावण के नजरबंद किए जाने पर उन्होंने कहा कि यह दूसरी पार्टी का मामला है, लेकिन यदि कोई किसी पीड़ित की आवाज उठाता है तो इस तरह के दमन का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।
रामजीलाल सुमन के ये बयान राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बने हुए हैं और आगामी राजनीतिक घटनाक्रम पर इनका असर देखा जाएगा।